जशपुरनगर। छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार गठन हुए एक वर्ष का समय बीतने को है मतलब सीजन बीतने के बाद भी पेड़ पर अभी भी दो पके हुए आम दिखाई दे रहे हैं तो क्यों न उन दो किसानों के लार टपके जिन्होंने इस आम को सींचने में अपने भी खून पसीने बहाए हैं ।हम बात कर रहे हैं प्रदेश सरकार में रिक्त दो मंत्रालयों की जिनमे से एक तो आज तक खाली है दूसरा बृजमोहन अग्रवाल के सांसद बनने के बाद से खाली पड़ा है।और जब जब कोर ग्रुप की बैठक होती है तब तब उन दोनो पके आमों को चुनने के लिए न केवल विधायक बल्कि उनके समर्थकों में भी खींचा तानी शुरू हो जाती है । कहीं कहीं तो मंत्री नियुक्त होने की खबर वायरल होते ही मिठाई बांटने और बधाई देने का सिलसिला शुरू हो जाता है और हो भी क्यों न हो प्रदेश में कई ऐसे बड़े नेता और पूर्व मंत्री चुनाव जीतकर उन दोनो पके आमों का रसास्वादन करने को आतुर बैठे हैं। इसी सिलसिले में रविवार को भाजपा प्रदेश कार्यालय में हुई कोर ग्रुप की बैठक के बाद फिर एक बार पिटारा खुलने की संभावना बनते देख रायपुर और बिलासपुर में मिठाई बांटने का सिलसिला शुरू हुआ। देखना यह होगा की अब जब सरकार के मात्र चार वर्ष ही बचे हैं तो सीजन समाप्त होने के बाद आखिर वो दो पके हुए आम किस विधायक की झोली में आते हैं।