*सोगड़ा आश्रम में अघोरेश्वर महाविभूति स्थल चरण पादुका महोत्सव वार्षिकोत्सव सह दो दिव्य निःशुल्क चिकित्सा शिविर सम्पन्न*

 

जशपुरनगर। ब्रम्हनिष्ठालय सोगड़ा आश्रम जशपुर में विगत 26 व 27 अक्टूबर शनिवार एवं रविवार को सोगड़ा आश्रम में अघोरेश्वर महाविभूति स्थल चरण पादुका शिवलिंग स्थापना का 28 वाँ वार्षिकोत्सव भक्तिपूर्ण वातावरण में सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम 26 अक्टूबर को प्रांरभ हुआ। सर्वप्रथम प्रातः 9 बजे बाबा भगवार राम ट्रस्ट के अध्यक्ष पूज्यपाद गुरूपद संभव राम बाबा द्वारा माँ भगवती के मंदिर में पूजन आरती पश्चात महाविभूति स्थल पर पधारें। वहां पर विधिवत पूजन, आरती पश्चात पूज्यपाद द्वारा 24 घंटे का अघोरान्ना परो मंत्रःनास्ति तत्वं गुरी परम्” मंत्र का अष्टयाम संकीर्तन प्रारंभ किया गया। स्वयं पूज्यपाद द्वारा महाविभूति स्थल की भक्तो के साथ परिक्रमा करते हुए संकीर्तन प्रांरभ किया गया। 24 घंटे के संकीर्तन हेतु दो-दो घंटे की भक्तो एवं श्रद्धालुओं की पाली बनायी गयी थी। सायंकाल में सोगडा ग्राम तत्पश्चात ग्राम बेने से आयी कीर्तन मण्डली ने समा बांध दिया। अगले दिन प्रातः 9 बजे पुनः पूज्यपाद समाधि स्थल पर पधार कर पूजन आरती पश्चात अखण्ड संकीर्तन का समापन किया। तत्पश्चात श्री संतोष कुमार मिश्र द्वारा ब्रम्हानंदम परम सुखदम का सुमधुर पाठ किया गया। इसके पश्चात रांची के श्री उदय नारायण पाण्डेय जी द्वारा सफल योनि सदग्रंथ का पाठ किया गया। पाठ के उपरांत रांची के श्री नवीन श्रीवास्तव के संचालन में लघु गोष्ठी प्रांरभ हुई सर्वप्रथम शाखा रांची के राज सहाय, सौरभ राज, ऋषभ सिंह, शिवशंकर षाडंगी, देवनारायण, विशाल सिहं. एवं प्रतीक सिंह द्वारा मंगलाचरण के रूप में गुरू पादुकापंचकम् का सस्वर पाठ किया गया। मंगलाचरण उपरांत डॉ राममूर्ति यादव द्वारा लिखित पुस्तक लोक-परलोक के स्रष्टा द्रष्टा अघोरेश्वर भगवान राम ग्रंथ का अनावरण पूज्यपाद द्वारा किया गया। वक्ताओं में डा. आशीष सिंह, प्रिसिपल राजकीय बृजकिशोर होम्यिोपैथिक मेडिकल कालेज, देवकाली अयोध्या (उ.प्र.) श्री राजेश साहू, रायपुर, श्री अभय कुमार पाण्डेय, संयुक्त वनमण्डाधिकारी नदनवन रायपुर एवं श्री प्रवीन्द कुमार श्रीवास्तव सीनियर रिटायर्ड मैनेजर कैनरा बैंक ने संक्षिप्त में अपने सारगर्भित विचार रखे।

अंत में अपने आर्शीवचन में संबोधित करते हुए पूज्यपाद गुरूपद संभव राम बाबा जी ने कहा कि आश्रम में ऐसे कायक्रमों में जिन लोगो का भी हमें सहयोग जिस भी रूप में प्राप्त होता है उसके लिए मैं उन सभी लोगो का कृतज्ञ हूँ साथ ही हमें अपने अनुकूल होना चाहिए अपने अनुकूल होने का मतलब है कि अपने प्राण अपनी आत्मा के अनुकूल होना तभी हम असली सुख व शांति को प्राप्त कर सकते है हमारे अंदर अच्छे विचारों का आगमन हो सकता है। उन्होनें कहा कि हम पूजा पाठ, ध्यान धारणा इत्यादि करते है इसके उददेश्य अलग-अलग होते है एक तो हम यह सब इसलिए करते है कि हमे ऐश्वर्य प्राप्त हो सांसारिक सुख प्राप्त हो लेकिन इसके अतिरिक्त भी चीज होती है कि पूजा-पाठ करने का एक अभिप्राय यह भी होना चाहिए कि हमें मोक्ष प्राप्त हो, बार-बार जन्म-मरण के चक्र से आवागमन के चक्र से हम भी दूर हों, हमें परम शांति व मोक्ष प्राप्त हो तत्पश्चात उन्होने यह भी बताया कि अपनी आजीविका हेतु हम गलत कृत्य करते है, गलत कृत्यों से धन उपार्जन करते है लेकिन यह नहीं जानते कि हम ऐसे कृत्यो से जो धन उपार्जन करते है यह

धन नही जहर की पुड़िया हम एकत्रित कर रहें है और यही कारण है कि अचानक से अप्रत्याशित घटनाये घटती है तो हम सोचने लगते है कि यह क्यों हो गया, कैसे हो गया तो इन सभी का यही सब कारण होता है। अंत में सभी की मंगलकामना के साथ उन्होंनें आर्शीवचन सामाप्त किया आर स्वात्मा राम, आत्माराम का सामूहिक प्रार्थना करवाया। अंत में डाँ अनिल कुमार श्रीवास्तव जी द्वारा धन्यवाद ज्ञापन किया गया। गोष्ठिी के उपरांत सोगड़ा ग्राम के निवासियों द्वारा मनोहारी लोक नृत्य

प्रस्तुत किया गया। अपरान्ह 4 बजे संकलित वस्त्रों का वितरण भी किया गया।

इस पुनीत अवसर पर जनकल्याणार्थ बाबा भगवान राम ट्रस्ट द्वारा दो दिवसीय निःशुल्क चिकित्सा शिविर भी आयोजित किया गया था। शिविर में अनेक राज्यों से सुविख्यात चिकित्सकगण उपस्थित थे। शिविर में एलोपैथिक, होम्यिोपैथिक, आयुर्वेद, आस्टियोथेरेपी, एक्यूप्रेशर, इलेक्ट्रोहोम्यिोपैथिक, एक्यूपंचर, फिजियोथेरेपी आदि के विशेषज्ञ चिकित्सकों ने अपनी सेवाएं प्रदान की। मरीजों की सुविधा हेतु रक्त परीक्षण की व्यवस्था भी उपलब्ध थी। मरीजो के परीक्षणोपरांत ट्रस्ट द्वारा मरीजों को निःशुल्क दवाए भी प्रदान की गयी। दो दिवसीय चिकित्सा शिविर में कुल 1632 मरीजो का परीक्षण कर उन्हें दवाए प्रदान की गयी।

सांयकाल में संध्या आरती उपरांत भक्तो द्वारा सुमधुर भजन-कीर्तन का कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया जो कि देर रात तक चलता रहा।

विदित हो कि ट्रस्ट द्वारा आगामी 10 नवम्बर को निःशुल्क मिर्गी रोग चिकित्सा शिविर का आयोजन किया जा रहा है। संबंधित मरीजो को इस हेतु 9 नवम्बर को अघोरपीठ गम्हरिया आश्रम में बुलाया गया है। दवा 10 नवम्बर को सूर्योदय पूर्व निःशुल्क प्रदान की जायेगी। मरीजो के भोजन एव ‘निवास की व्यवस्था ट्रस्ट द्वारा निःशुल्क की जायेगी।