राज्य महिला आयोग की सदस्य प्रियंवदा सिंह जूदेव ने बंद कमरे में लिया मेडिकल कॉलेज की छात्राओं का बयान तो यह हकीकत आया सामने,डीन को महिला आयोग ने दिया यह निर्देश………..पढ़िए पूरी खबर।

जशपुरनगर छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग की सदस्य और पूर्व केंद्रीय मंत्री दिलीप सिंह जूदेव की बड़ी बहु श्रीमती प्रियंवदा सिंह जूदेव ने मेडिकल कॉलेज की छात्राओं का बंद कमरे में बयान लिया। इस बयान में मेडिकल कॉलेज में बड़ी त्रुटि। उजागर हुई। दरअसल,मेडिकल कालेज में नियम के अनुसार आंतरिक परिवाद समिति का गठन ही नहीं किया गया था और ना ही कॉलेज के प्रवेश द्वार में समिति की जानकारी प्रदर्शित नहीं किया गया था। श्रीमती जूदेव और संभाग की प्रभारी सरला कोसरिया ने इस ओर आयोग का ध्यान आकृष्ट कराया। इस पर आयोग की अध्यक्ष श्रीमती किरणमयी नायक ने तत्काल मेडिकल कॉलेज के डीन को आंतरिक परिवाद समिति का गठन करने और इसकी सूचना कॉलेज के गेट में प्रदर्शित करने का सख्त निर्देश दिया। यह पूरा मामला उस समय सामने आया ज़ब सुनवाई के दौरान आयोग के सामने मेडिकल कॉलेज रायगढ़ की छात्राओं की शिकायत की सुनवाई चल रही थी। मामले में छात्राओं की सुरक्षा का ध्यान रखते हुए आयोग ने सदस्य श्रीमती प्रियंवदा सिंह जूदेव और सरला कोसरिया को छात्राओं का बयान बंद कमरे में दर्ज करने को कहा था। अब इस मामले में कॉलेज की आंतरिक परिवाद समिति जांच कर,महिला आयोग को जांच प्रतिवेदन सौपेगी। इस रिपोर्ट के अनुसार इस मामले में राज्य महिला आयोग अंतिम निर्णय लेगी।

रायगढ़ में सुनवाई के दौरान प्रार्थियों से चर्चा करती अध्यक्ष किरणमयी नायक और सदस्यगण।

बेटे ने कराया मां और पिता के बीच सुलह
रायगढ़ में बुधवार को हुई राज्य महिला आयोग की 289 वी सुनवाई में 25 प्रकरणों पर सुनवाई हुई। पति-पत्नी के बीच आपसी मतभेद का भी एक मामला आयोग के सामने पहुंचा था। दोनों के आपसी मतभेद को देखते हुए तलाक की स्थिति बनती दिख रही थी। लेकिन ज़ब आयोग ने इस दम्पति के पांच साल के पुत्र से पूछा कि वह किसके साथ रहना चाहता है तो उसने बड़ी ही मासूमियत से जवाब दिया मै मम्मी पापा दोनों के साथ रहना चाहता हूं। बेटे के इस जवाब को सुनकर दम्पत्ति ने आपसी मतभेद भूल कर फिर से एक साथ रहने का फैसला किया। इस पर आयोग ने इकरारनामा के साथ,रायपुर में 16 जनवरी को आयोजित होने वाली आयोग की सुनवाई में उपस्थित होने का निर्देश दम्पत्ति को दिया है। इस बीच दम्पत्ति और उनका बेटा सखी सेंटर की प्रशासक और प्रोटेक्सन अधिकारी की निगरानी में रहेंगे।

रायगढ़ में सुनवाई करती राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष श्रीमती किरणमयी नायक और सदस्य।

पत्नी ने लगाया जहर पिलाने का आरोप
सुनवाई के दौरान एक महिला ने अपने पति,पत्नी और ससुर पर दहेज के लालच में जहर देकर जान से मारने का प्रयास करने का गंभीर आरोप लगाया। पीड़िता की शिकायत थी कि ज़ब उसके पिता ने जुट मिल थाने में मामले की शिकायत की तो पुलिस ने कॉउंसलिंग कर,न्यायालय में जाने का सलाह देते हुए  मामले को रफा दफा कर दिया। आयोग ने पीड़िता के बयान को गंभीरता से लेते हुए एसपी को डीपीओ के माध्यम से प्राथमिकी दर्ज करने के लिए पत्र लिखने का निर्णय लिया। इसी तरह एक अन्य मामले में पहली पत्नी को तलाक दिए बिना ही दूसरी शादी रचाने वाले पति के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराने की सलाह देते हुए प्रकरण को निराकृत कर दिया।