*जशपुर की दिवाली पूरे देश में निराली, गौरवशाली जनजातीय परंपरा का अनूठा संगम, परम्परा यह कि यहां दिवाली पर दुश्मन भी बन जाते हैं दोस्त, इस समाज के लोग दीप प्रज्जवलन के बाद घर-घर भ्रमण करते है और एक दूसरे से माफी मांगते हैं, देर रात गुप्त 11 दीपक जलाए जाते हैं…और जानिये क्या है बहुत कुछ यहां खास..पुरखौती अँगना विशेष…..रामप्रकाश पांडेय, सजन बंजारा व पुरखौती अँगना टीम की खास रिपोर्ट…..*
जशपुर-कोतबा। जनजातीय बहुल जशपुर जिले में हर त्योहारों की तरह दीप पर्व भी अनेक विशेषताएं लिए हुए आज भी…